मैं अपने पैर वहीं धरुंगी
ऐ मालिक,
तू ही बता मुझे,तु जहां नहीं है ।
फेल- ए -बद कोई कैसे छुपाए,
तू ही बता, तू कहां नहीं है।
कण-कण में तू है
मन दर्पण में तू है
बस तू ही तू है,
बस तू ही तू।
हर डाल में हर पात में,
समंदर और पहाड़ में
है नदी - झड़नों में तू
तू ही धरा - आकाश में।
मेरे रोम रोम में तू ही है
मैं तेरी बनी-बनाई हुं।
ऐ मालिक ,
तु मुझे बस तेरा कर दे
मैं जग से हुई पराई हूं।
#divine #consiousness #positivevibes #khuda #positivelife #god #prayer #worship
No comments:
Post a Comment